हमारी मिट्टी के लिए,
वही जो है ईश्वर के वचन के समीप,
बादलों की छत।
हमारी मिट्टी के लिए,
वही जो है संज्ञा के विशेषणों से परे,
एक बेसुध नक्शा।
हमारी मिट्टी के लिए,
वही जो है नन्ही तिल सी,
दिव्य क्षितिज... और गहरी खाई।
हमारी मिट्टी के लिए,
वही जो है तीतर-पंखों सी अभागी,
पावन ग्रंथ.. और आहत पहचान।
हमारी मिट्टी के लिए,
वही जो है उधड़ी पहाड़ियों से घिरी,
नये अतीत के घात।
हमारी मिट्टी के लिए, जंग का ईनाम,
तड़पते धधकते मरने की आज़ादी,
और हमारी मिट्टी, लाल रात में, दूर से चमकती मणी, रोशन करती बाहरी दुनिया...
और हम, भीतर,
और भी घुटते हुए।
(Hindi tr. of Mahmoud Darwish's 'To our land' tr. in Eng by Fady Joudah)