मैं, पौधों की छटाई करने,
घर के पहाड़ी रूख की तरफ गई, ताकि पहाड़ी बर्फ साफ़ दिखे। जब, हाथों में कुल्हाड़ी लिए, ऊपर देखा, ऊपरी शाखाओं में एक घोंसला दिखा। मैंने उसे नहीं काटा। मैंने औरों को भी नहीं काटा। अचानक, हर पेड़ में, अनदेखा घोंसला, जहां पहाड़ होता।(Hindi Trans. of Alice Walker's Choices)
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