Friday, 12 August 2022

फिर भी

इश्क़, गर इश्क़ है, मिटता नही
हममें ही रच बसता है,
जैसे जमीन से लिपटा सोना,
कि धूप खिले,
जी उठे।
(Hindi trans. of Alice Walker's Even So)

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