Friday 11 October 2013

आजादी की ओर

tr. from Bishash Chaudhary's English tr. of Harekrishna Deka's Assamese poem, 'Towards Freedom.' From The Oxford Anthology of Writings From North-East India, pg. 16, 2011.

तुम आओगे हमारे साथ। हम तुम्हे हाथ पकड़ ले जायेगें।
सड़क की ओर ना देखना।  हम तुम्हारी आँख ढकेंगे।  
हम तुम्हारे लिए सड़क बनायेंगे।  और तुम्हारे हाथ बाँधेंगे।
हम तुम्हे आजाद मैदान ले जाएँगे।  और तुम्हारी आँखें खोलेंगे।
तुम्हे आजाद मैदान ले जाएँगे।  और तुम्हारे हाथ खोलेंगे।

हंगामा ना खड़ा करना।  हम रटायेंगे तुम्हे नया पहाड़ा।
हम देंगे नया अक्षर।  तमाशा ना खड़ा करना। 

हम ले जायेंगे तुम्हे आजाद मैदां। हम देंगे तुम्हे खुला आसमां । 
तुम्हारा स्वागत करेंगी आज़ाद फुहारें वहाँ।  पंखा करेंगी तुम्हे आज़ाद हवा।

भूख से बिलबिलाना मत । हम देंगे तुम्हे पानी मीठा। 
नंगी टहनियों को ताकना मत।  निहारने को देंगे हम तुम्हे रंगीन चश्मा  ।

हम ले जायेंगे तुम्हे आजाद मैदां, और गवायेंगे तुम्हें हमारा गीत ।
हम पहनाएंगे तुम्हे नया मुखौटा, और सिखायेंगे तुम्हे नई रीत ।

तूम आओगे हमारे साथ।  तुम हमारी हँसी हँसोगे।
तुम नाचोगे हमारा नाच।  तुम हमारे आँसू रोओगे । 

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